फ़रार हूँकल सुबह जब , मैं उठा था , खिड़कियों से झाँक कर के गुनगुनी सी धूप पड़ते , यूँ लगा कि ज़िन्दगी का प्यार हूँ। इस सुबह , फ़रार हूँ। उस...